Tuesday, 26 August 2014

वर्ल्ड एनवायरमेंट डेः पर्यावरण बचाएं, सेहत भी बनाएं

वर्ल्ड एनवायरमेंट डेः पर्यावरण बचाएं, सेहत भी बनाएं

राहुल आनंद नई दिल्ली।। आज विश्व पर्यावरण दिवस है। हम आपको बताते हैं कि रोजमर्रा की जिंदगी में कई छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख हम कैसे अपने पर्यावरण को सुरक्षित और बेहतर बना सकते हैं। वर्ल्ड वाइड फंड (WWF) और बीओपी भी इस मुहिम में हमारे साथ जुड़ रहे हैं। इनका भी मानना है कि डिवेलपमेंट के साथ-साथ पर्यावरण को सुरक्षित बनाए रखना भी जरूरी है, ताकि भावी पीढ़ी के लिए हम एक बेहतर कल तैयार कर पाएं।



बर्गर, पिज्जा खाते समय जरा सोचें: बर्गर, पिज्जा जैसे फास्ट फूड पेपर में लिपटे होते हैं। वहीं साथ में मिलने वाला कैचअप प्लास्टिक के पॉउच में तो कोल्ड ड्रिंक भी प्लास्टिक कप में मिलती है। प्लास्टिक पैकिंग मटेरियल्स को डीकम्पोज होने में 400 साल का समय लगता है। ऐसे में क्विक मील ऑर्डर करने से पहले इस बात का ख्याल रखें कि कहीं आप पर्यावरण का नुकसान करने तो नहीं जा रहे हैं।
 
घर में पार्टी है तो कोल्ड ड्रिंक्स की 10 बॉटल मंगाने से बेहतर है कि आप दो बड़ी बॉटल मंगा लें।

ऑफिस में पेपर के दोनों तरफ पिंट लें, पुराने प्रिंटआउट को फिर से यूज कर सकते हैं, बिना वजह प्रिंट लेने से बचें, छोटी इन्फॉमेर्शन ई-मेल से शेयर करें।

हजारों गैलन पानी बर्बाद: एक आम आदमी हर दिन टॉयलेट में 26.7 पर्सेंट, कपड़े धोने में 21.7 पर्सेंट, शॉवर में 16.8 पर्सेंट, लीकेज से 13.7 पर्सेंट पानी खर्च कर देता है। एक स्टडी के अनुसार ऐसे में एक साल में 5,475 गैलन पानी बर्बाद हो जाता है।

ब्रश व शेविंग के दौरान नल खुला छोड़ देने से रोजाना 15 गैलन पानी बर्बाद हो जाता है।

शॉवर से हर पांच मिनट में कम से कम 75 लीटर पानी गिरता है। नहाने के लिए शॉवर की जगह बाल्टी के पानी का प्रयोग करें तो काफी पानी बच सकता है।

कपड़े धोते समय दो-तीन बकेट रखें। एक में पानी जमा कर गंदे कपड़े धोएं, फिर दूसरी बाल्टी में जमा पानी से कपडे़ धोएं। इसी प्रकार बर्तन धोने में सतर्क रहें। कपड़े धोने के बाद बचे पानी का इस्तेमाल कार धोने और पौधों में पानी देने के लिए करें।

बिजली बिल ऐसे कम करें: अमूमन लोग टीवी रिमोट से ऑफ कर देते हैं, लेकिन स्टैंडबाय मोड पर बिजली खर्च होती रहती है।

लिफ्ट के बजाय सीढ़ी का इस्तेमाल करें। बिजली तो बचेगी, सेहत भी दुरुस्त रहेगी।

बाल सुखाने, कपड़े धोने या पानी गर्म करने में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के इस्तेमाल से में रोशनी से ज्यादा बिजली खर्च होती है।


देखें: बिजली बिल बचाने के काम के टिप्स
ऑफिस में अपनी सीट छोड़ने से पहले कंप्यूटर, एसी, लाइट और पंखें बंद करना न भूलें।

घर में 100 वॉट के एक बल्ब की जगह चार सीएफएल लगाएं। सीएफएल लंबे समय तक रोशनी देता है और पर्यावरण को बचाने में कारगर साबित हो रहा है।

ठंडी कूल मेट्रो है न: एक स्टडी के अनुसार दिल्ली में 72 लाख कार हैं। अधिकतर लोग कार में अकेले चलते हैं और सड़क पर ज्यादा स्पेस लेते हैं। उनके वाहनों से निकलने वाला धुआं दिल्ली को पलूटेड भी कर रहा है। क्यों न दिल्ली की शान मेट्रो के आरामदायक सफर को अपने रूटीन में शामिल कर लें।
 

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